Monday, August 9, 2010

युवा पीढ़ी भारत का भविष्य

जंहाँ तक में सोचता हूँ अमरीकाऔर यूरोप की तरक्की रुक गई है उन्हें जितनी तरक्की करनी थी वो हो चुकी अब तो वो इसे सम्भालकेरख लें यही काफी होगा। अब जो कुछ प्रगति होना है तो भारत ओर चाइना में होना है। तब क्यों न भारत का यूवा इस मोके का फायदा उठाये ओर नए अनुसन्धान में ध्यान लगा कर नए आविस्कर करे तथा अपने देश को यूरोप के बराबर ला कर खड़ा करे। देश की राजनीती में भाग ले कर भ्रष्ट तंत्र को तोड़ने का प्रयास करे । इस देश का ६०% पैसा राजनेतावों ओर अधिकारीयों की जेब में चला जाता है तब विकास कंहाँ दिखेगा, मुझे तो पूरा भरोसा है की इस देश का यूवा जिसने अच्छे इंस्टिट्यूट से पढाई की है वह भ्रष्ट नहीं हो सकता